Lyrics that were unpublished ना जाने क्या कभी
जो सपने हमने देखे हैं वो सच होंगे या फिर हम तरसते ही रहे जाएंगे हे हे हू हूं हा हा जीवन में बोहुत कुछ सीखा है पर वो जो हमने सोचा है कया कभी वो सच होंगे या फिर हम तरसते ही रहे जाएंगे हे हे हू हूं हा हा वो पल हमने जो साथ बिताए कया कभी वो लौटाएंगे यादे जो छुटे भी ना छूटती है हम तो बस तरसते ही रहे जाए हे हे हू हूं हा हा दिल के जो लब्ज तूमको कहने थे वो हम तो केहे नहीं पाए कया कभी हम वो कहे पाएंगे या फिर हम तरसते ही रहें जायेंगे हे हे हू हूं हा हा ना जाने क्या कभी
जो सपने हमने देखे हैं वो सच होंगे हे हे हूं हूं हा हा हा हा हा #lyrics #unpublished
Great lyrics 👌... Hope so it gets released some day as a song 👍